इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाज़ा में बंधकों के “दिल दहला देने वाले” वीडियो सामने आने के बाद अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) से तत्काल मदद मांगी है। नेतन्याहू ने इन वीडियो को देखकर गहरा सदमा व्यक्त किया और कहा कि इनकी अमानवीयता असहनीय है। उन्होंने रेड क्रॉस से अपील की कि वह गाज़ा में रखे गए सभी बंधकों की स्थिति का पता लगाने और उनकी रिहाई के लिए तत्काल कदम उठाए।
ICRC ने एक बयान में कहा कि वह इन भयावह वीडियो को देखकर “स्तब्ध” है और बार‑बार यह मांग कर रहा है कि उसे गाज़ा में बंधकों तक तुरंत और बिना शर्त पहुंच दी जाए। संगठन ने जोर दिया कि बंधकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और उनके परिवारों से संपर्क सुनिश्चित करने के लिए मानवीय हस्तक्षेप आवश्यक है।
इज़राइल सरकार का कहना है कि इन वीडियो ने गाज़ा में हमास द्वारा पकड़े गए दर्जनों बंधकों की स्थिति को उजागर कर दिया है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में गहरी चिंता बढ़ गई है। नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए सभी कूटनीतिक और सैन्य विकल्पों का उपयोग करेगा लेकिन मानवीय संगठनों की भूमिका इस संकट में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ाने और हमास पर बंधकों को छोड़ने का दबाव डालने का प्रयास है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों ने भी बंधकों तक मानवीय पहुंच की मांग की है। इस घटना ने इज़राइल-गाज़ा संघर्ष की मानवीय त्रासदी को एक बार फिर से वैश्विक चर्चा में ला दिया है।
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