नीदरलैंड्स में बुधवार (29 अक्टूबर, 2025) को हुए आम चुनाव के बाद जारी एग्जिट पोल में परिणाम बेहद करीबी बताए जा रहे हैं। सेंटर-लेफ्ट पार्टी D66 को मामूली बढ़त मिली है, जबकि दक्षिणपंथी नेता गीर्ट विल्डर्स की पार्टी ‘पार्टी फॉर फ्रीडम’ को सीटों का नुकसान हुआ है।
राष्ट्रीय प्रसारक एनओएस (NOS) द्वारा प्रकाशित सर्वेक्षण के अनुसार, D66 को 27 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2023 के चुनाव से 18 अधिक हैं। वहीं, विल्डर्स की पार्टी 12 सीटें खोकर 25 सीटों पर सिमट सकती है। यदि यह परिणाम सही साबित हुए, तो यह D66 के इतिहास की सबसे बड़ी जीत होगी।
पार्टी के सांसद जान पैटरनोटे ने कहा, “D66 के 59 वर्षों के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी सफलता होगी।” यदि जीत पक्की हुई, तो पार्टी नेता रॉब जेटन नीदरलैंड्स के पहले खुलेआम समलैंगिक प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
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विल्डर्स की पार्टी, जिसने 2023 में 150 में से 37 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, पिछले दो वर्षों में समर्थन खोती चली गई। चार-पार्टी गठबंधन में हुए विवादों और प्रवासन नीति पर असहमति के कारण उनकी सरकार गिर गई थी।
एग्जिट पोल के अनुसार, पीपल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी 23 सीटों पर तीसरे स्थान पर है, जबकि ग्रीन लेफ्ट और लेबर पार्टी गठबंधन 20 सीटों पर सिमट गया। क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स को 14 सीटों का बड़ा फायदा हुआ है और अब उनके पास कुल 19 सीटें हैं।
इस चुनाव में प्रवासन, आवास संकट और यूरोपीय संघ से नीदरलैंड्स की भागीदारी जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इन परिणामों से देश की राजनीति में ‘मध्य मार्ग’ की वापसी की संभावना बढ़ गई है।
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