अमेरिका में चल रहे ‘नो किंग्स’ प्रदर्शनों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। देशभर में डेमोक्रेटिक नेताओं ने इन शांतिपूर्ण मार्चों का खुलकर समर्थन किया है।सीनेट माइनॉरिटी लीडर चक शूमर ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखा, “डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन आपको चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं। डरिए मत, अपनी आवाज़ उठाइए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार इस्तेमाल कीजिए।”
कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूज़म ने कहा, “इस वीकेंड के नो किंग्स मार्च को अत्याचार और अराजकता के खिलाफ स्वतंत्रता की घोषणा बनाइए। शांति से प्रदर्शन कीजिए, खुद और अपने समुदाय की रक्षा कीजिए — अमेरिका में कोई राजा नहीं है।”
पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी वीडियो संदेश में नागरिकों से अपील की कि वे शांतिपूर्ण विरोध में भाग लें और अपने विचार व्यक्त करें।
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वहीं, रिपब्लिकन नेताओं ने इन प्रदर्शनों को “हेट अमेरिका रैली” करार दिया है। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने इन मार्चों को “प्रो-हमास” और “एंटीफा” से जुड़ा बताया। अन्य रिपब्लिकन सांसदों ने भी आयोजकों पर “देशद्रोही” भावना फैलाने का आरोप लगाया।
इन आरोपों के बीच, ट्रंप ने फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में कहा, “मैं कोई राजा नहीं हूं।” उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शन उनके शासन के खिलाफ असंतोष हैं, लेकिन वह लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं।
14 जून के बाद, यह दूसरी बार है जब ‘नो किंग्स’ आंदोलन देशभर के 2,700 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों ने इसे पूरी तरह अहिंसक और लोकतांत्रिक बनाए रखने का संकल्प लिया है।
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