पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने भीषण तबाही मचा दी है। अधिकारियों के अनुसार, बीते 24 घंटों के भीतर आई अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड्स) में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है। कई जिलों में घर ढह गए, सड़कें और पुल बह गए तथा बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा प्रांत है, जहाँ नदियों और नालों में जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण गांवों में पानी भर गया। राहत और बचाव कार्यों में सेना, पुलिस और आपदा प्रबंधन बल को लगाया गया है। भूस्खलन और क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण बचाव कार्यों में भारी कठिनाई आ रही है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों तक भारी वर्षा का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और कई स्कूलों को अस्थायी राहत शिविरों में बदल दिया गया है।
और पढ़ें: महात्मा गांधी ने नेहरू को प्रधानमंत्री बनाकर गलती की: उद्धव ठाकरे
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने प्रभावित परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है और राहत कार्यों को तेज़ करने का आदेश दिया है। अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों से मदद लेने पर भी विचार किया जा रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में मानसूनी बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण भारी जनहानि और आर्थिक नुकसान देखने को मिला है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और अपर्याप्त बुनियादी ढाँचे के कारण इस तरह की आपदाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश ट्रांसको ने ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-III का अंतिम प्रस्ताव सीईए को सौंपा: जेएमडी कीर्ति