अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने यूक्रेन को यह निर्देश दिया है कि वह अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराई गई मिसाइलों का उपयोग रूस के अंदरूनी इलाकों में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए न करे। वॉल स्ट्रीट जर्नल (डब्ल्यूएसजे) की रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया है कि रूस और पश्चिमी देशों के बीच सीधा टकराव न बढ़े।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन को स्पष्ट कर दिया है कि दी गई लंबी दूरी की मिसाइलों और अन्य उन्नत हथियारों का प्रयोग केवल रक्षा के लिए किया जाए, न कि रूस की सीमाओं के भीतर हमले के लिए। पेंटागन का मानना है कि ऐसा करने से संघर्ष की तीव्रता कम रखी जा सकती है और इसे व्यापक युद्ध में बदलने से रोका जा सकता है।
यूक्रेन लंबे समय से रूस के रणनीतिक ठिकानों पर हमले के लिए अमेरिकी हथियारों के अधिक लचीले उपयोग की मांग कर रहा है। हालांकि, अमेरिका को डर है कि यदि यूक्रेन इन मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के भीतर करेगा तो इससे मॉस्को की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया मिल सकती है।
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रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रतिबंध यूक्रेन की आक्रामक क्षमता को सीमित कर सकता है, खासकर तब, जब रूस अपनी सीमाओं के भीतर से ही हमले कर रहा है। इस नीति के पीछे अमेरिका की मुख्य चिंता रूस और नाटो के बीच सीधा संघर्ष टालना है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय यूक्रेन को हथियार आपूर्ति जारी रखने के साथ-साथ युद्ध को नियंत्रित रखने की अमेरिकी रणनीति का हिस्सा है।
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