प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार में लगभग ₹13,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस-राजद सरकारों पर बिहार के विकास को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि उनके शासनकाल में राज्य में कोई ठोस परियोजनाएं शुरू नहीं की गईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने गया से दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली से कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि ये नई रेल सेवाएं न केवल यात्री सुविधा बढ़ाएँगी, बल्कि बिहार के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बिहार के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। सड़क, रेल, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे निवेश से राज्य के युवाओं के लिए नए अवसर बन रहे हैं। मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारों ने बिहार को केवल वोट बैंक की राजनीति के रूप में इस्तेमाल किया, जबकि आज राज्य में बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार हो रहा है।
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उन्होंने जनता से अपील की कि वे इन योजनाओं का लाभ उठाएँ और बिहार को देश के विकास के मुख्य केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहयोग करें। प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में बिहार न केवल औद्योगिक क्षेत्र में बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन के मामले में भी नई ऊँचाइयाँ छुएगा।
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