लंदन में पुलिस ने फिलिस्तीन समर्थक समूह ‘पैलेस्टाइन एक्शन’ के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। यह प्रदर्शन नए कानून का उल्लंघन करते हुए किया गया, जिसमें फिलिस्तीन समर्थक समूहों का समर्थन करना प्रतिबंधित किया गया है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह नया कानून अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अनुचित रूप से हनन करता है। वे इस कानून को लोकतंत्र और मानवाधिकारों के खिलाफ मानते हुए इसके विरोध में सड़कों पर उतरे। पुलिस ने बताया कि हजारों लोगों ने जानबूझकर इस कानून का उल्लंघन किया, जिसके बाद गिरफ्तारी अभियान शुरू किया गया।
प्रदर्शन लंदन के केंद्रीय इलाकों में शांतिपूर्ण तो था, लेकिन कानून की अवहेलना के कारण पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। कई प्रदर्शनकारी, जो पैलेस्टाइन की राजनीतिक और मानवीय स्थिति के समर्थन में आवाज उठा रहे थे, उन्होंने इस कानून को कड़े तौर पर नकारा।
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इस घटना ने ब्रिटेन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा कानूनों के बीच संतुलन को लेकर बहस को तेज कर दिया है। मानवाधिकार संगठन भी इस कानून और गिरफ्तारियों की निंदा कर रहे हैं और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन बता रहे हैं।
ब्रिटिश सरकार ने फिलहाल इस मामले पर कोई विस्तृत टिप्पणी नहीं दी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि फिलहाल यह मुद्दा सार्वजनिक और राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
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