बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह सच बोलने से नहीं डरते और आगे भी बेबाकी से अपनी बात रखते रहेंगे। यह बयान उस समय आया है जब महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
तेजस्वी यादव पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा से पहले अपने एक्स (X) अकाउंट पर एक पोस्ट में जनता से किए गए वादों को “जुमला” (खोखला rhetoric) बताया। इस पोस्ट को आधार बनाकर महाराष्ट्र पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
तेजस्वी यादव ने इस कार्रवाई को राजनीतिक दबाव का नतीजा करार दिया। उन्होंने कहा, “मैं सच बोलने से पीछे नहीं हटूंगा। अगर सरकार यह सोचती है कि डराकर हमें चुप करा देगी, तो यह उसकी भूल है। मैं हमेशा जनता के हित में बोलता रहूंगा।”
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आरजेडी नेता के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में गरमाहट बढ़ गई है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार आलोचना सहन नहीं कर पा रही, वहीं सत्तारूढ़ दल का आरोप है कि तेजस्वी यादव मर्यादा तोड़ रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला आने वाले समय में राजनीतिक बहस को और तेज कर सकता है। वहीं, महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत होगी।
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