मिस्र सरकार ने घोषणा की है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी 13 अक्टूबर को गाज़ा शांति सम्मेलन की संयुक्त रूप से अध्यक्षता करेंगे। यह सम्मेलन शर्म-अल-शेख में आयोजित होगा, जिसका उद्देश्य गाज़ा पट्टी में जारी युद्ध को समाप्त करना और मध्य पूर्व में शांति व स्थिरता को बढ़ावा देना है।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इस बैठक का लक्ष्य “गाज़ा पट्टी में युद्ध समाप्त करना, शांति प्रयासों को सशक्त करना और क्षेत्र में सुरक्षा एवं स्थिरता के नए युग की शुरुआत करना” है। इस शिखर सम्मेलन में कई देशों के शीर्ष नेता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
रिपोर्टों के अनुसार, सम्मेलन में मानवीय सहायता मार्गों की बहाली, युद्धविराम समझौते की रूपरेखा और फिलिस्तीनी-इज़राइल संवाद को पुनर्जीवित करने पर विशेष चर्चा की जाएगी। कूटनीतिक सूत्रों का कहना है कि यह सम्मेलन वर्तमान स्थिति में “एक निर्णायक क्षण” साबित हो सकता है, क्योंकि गाज़ा में जारी हिंसा ने हजारों लोगों को विस्थापित कर दिया है।
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ट्रंप और सिसी दोनों ने इससे पहले कई बार कहा है कि वे क्षेत्र में “दीर्घकालिक शांति व्यवस्था” के पक्षधर हैं। मिस्र, जो पारंपरिक रूप से इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है, इस सम्मेलन को अपनी कूटनीतिक पहल के रूप में देख रहा है।
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