अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा आर्थिक कदम उठाते हुए 69 व्यापारिक साझेदार देशों पर ऊंचे टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसमें कनाडा सहित कई प्रमुख देशों के सामानों पर आयात शुल्क 35% तक बढ़ा दिया गया है।
व्हाइट हाउस से जारी एक कार्यकारी आदेश (Executive Order) में बताया गया कि नई आयात शुल्क दरें 10% से 41% तक होंगी और यह आदेश अगले सात दिनों में लागू होगा। इस कदम का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी उद्योगों और नौकरियों की रक्षा करना तथा व्यापार घाटे को कम करना बताया गया है।
कनाडा के अलावा यूरोपीय संघ, भारत, चीन, ब्राजील, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों के उत्पाद भी इन ऊंची टैरिफ दरों के दायरे में आएंगे। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि लंबे समय से ये देश अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाते रहे हैं, इसलिए अमेरिका को भी पारस्परिक (reciprocal) कदम उठाना पड़ा है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इन टैरिफ से अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ सकता है और संभावित रूप से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर असर पड़ेगा। अमेरिकी आयातक और खुदरा व्यापारिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि ऊंचे टैरिफ से उपभोक्ताओं के लिए वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी और महंगाई में इजाफा होगा।
हालांकि ट्रंप ने जोर देकर कहा कि यह नीति दीर्घकाल में अमेरिकी विनिर्माण और रोजगार को मजबूत करेगी और अन्य देशों को अमेरिका के साथ निष्पक्ष व्यापार समझौते करने पर मजबूर करेगी।
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