ब्रिटेन की राजधानी लंदन में फिलिस्तीन एक्शन (Palestine Action) समूह द्वारा आयोजित एक बड़े प्रदर्शन ने पुलिस और प्रशासन को कड़ी चुनौती दी। ताजा जानकारी के अनुसार, यू.के. पुलिस ने इस प्रदर्शन में शामिल सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह प्रदर्शन संसद भवन के बाहर हुआ, जहां कई सौ लोग इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां और पोस्टर उठा रखे थे जिन पर लिखा था— “मैं नरसंहार का विरोध करता हूं। मैं फिलिस्तीन एक्शन का समर्थन करता हूं।” उनका कहना था कि गाज़ा और फिलिस्तीन में जारी हिंसा और दमन के खिलाफ ब्रिटेन को सख्त रुख अपनाना चाहिए।
पुलिस ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन के पास अवरोधक तोड़ने और यातायात बाधित करने की कोशिश की, जिसके चलते कई लोगों को हिरासत में लेना पड़ा। हालांकि, अधिकांश प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे।
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फिलिस्तीन एक्शन समूह लंबे समय से ब्रिटेन की उन कंपनियों और संस्थानों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है, जिन पर आरोप है कि वे इज़राइल को हथियार या तकनीकी सहायता मुहैया कराते हैं। इस बार का प्रदर्शन भी उसी अभियान का हिस्सा था, जिसमें उन्होंने गाज़ा में हो रही कथित ज्यादतियों को रोकने की मांग उठाई।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विरोध ब्रिटेन के भीतर फिलिस्तीन-इज़राइल मुद्दे को लेकर बढ़ते तनाव और ध्रुवीकरण को दर्शाता है। वहीं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इन गिरफ्तारियों से नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े होते हैं।
यह घटनाक्रम दिखाता है कि गाज़ा संघर्ष केवल मध्य पूर्व तक सीमित नहीं है, बल्कि ब्रिटेन जैसे देशों की सड़कों और संसद तक अपनी गूंज पहुंचा रहा है।
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