संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) इस महीने के अंत से पहले ईरान पर ‘स्नैपबैक’ प्रतिबंधों को लेकर अहम मतदान करने की तैयारी में है। यह प्रस्ताव दक्षिण कोरिया द्वारा पेश किया गया है, जो वर्तमान में 15-सदस्यीय परिषद का अध्यक्ष है।
प्रस्ताव का उद्देश्य उन कठोर प्रतिबंधों को रोकना है जो इस महीने के अंत से प्रभावी हो सकते हैं। इसके लिए परिषद में कम से कम नौ मतों की आवश्यकता होगी। यदि पर्याप्त समर्थन नहीं मिला, तो ये प्रतिबंध स्वचालित रूप से लागू हो जाएंगे।
‘स्नैपबैक’ प्रतिबंध 2015 के ईरान परमाणु समझौते (JCPOA) से जुड़े हैं, जिसमें ईरान को परमाणु कार्यक्रम सीमित करने के बदले आर्थिक राहत दी गई थी। लेकिन बाद में अमेरिका के समझौते से हटने और ईरान पर फिर से दबाव डालने के फैसले के बाद यह विवाद गहराता चला गया।
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अंतरराष्ट्रीय कूटनीति विशेषज्ञों का कहना है कि यह मतदान न केवल ईरान के भविष्य बल्कि वैश्विक सुरक्षा और ऊर्जा संतुलन पर भी असर डाल सकता है। अमेरिका और उसके सहयोगी ईरान पर कठोर रुख अपनाने के पक्ष में हैं, जबकि रूस और चीन जैसे देश इन प्रतिबंधों का विरोध कर सकते हैं।
इस मतदान को लेकर परिषद के भीतर गंभीर मतभेद देखने को मिल रहे हैं। यदि प्रतिबंध लागू होते हैं तो ईरान की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो सकती है, जबकि इसका असर वैश्विक तेल बाजारों पर भी पड़ने की आशंका है।
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