अमेरिका और चीन के बीच हुए हालिया व्यापार समझौते के तहत दोनों देशों ने आर्थिक तनाव को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। व्हाइट हाउस द्वारा शनिवार को जारी फैक्ट शीट के अनुसार, चीन दुर्लभ धातुओं (रेयर अर्थ मेटल्स) पर लागू अतिरिक्त निर्यात नियंत्रणों को निलंबित करेगा और अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनियों पर चल रही जांचों को समाप्त करेगा।
चीन अब रेयर अर्थ, गैलियम, जर्मेनियम, एंटीमनी और ग्रेफाइट जैसी धातुओं के निर्यात के लिए सामान्य लाइसेंस जारी करेगा, जिससे अप्रैल 2025 और अक्टूबर 2022 में लगाए गए नियंत्रण प्रभावी रूप से समाप्त हो जाएंगे। इसके बदले अमेरिका ने चीन पर लगाए गए कुछ "प्रतिशोधी टैरिफ" को एक साल के लिए स्थगित करने और नवंबर में लागू होने वाले 100% टैरिफ को रोकने का फैसला किया है।
इसके अलावा, अमेरिका ने सेक्शन 301 के तहत कुछ टैरिफ छूटों की अवधि को 29 नवंबर 2025 से बढ़ाकर 10 नवंबर 2026 तक कर दिया है। इस समझौते से दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव में अस्थायी राहत मिली है।
और पढ़ें: बिहार चुनाव 2025: पीएम मोदी आज आरा, नवादा में रैलियां करेंगे और पटना में मेगा रोड शो में होंगे शामिल
समझौते के तहत चीन दुर्लभ चुंबक नियंत्रणों को स्थगित करेगा, जबकि अमेरिका चीनी कंपनियों पर लगाए गए कुछ प्रतिबंधों को वापस लेगा। साथ ही अमेरिका ने फेंटानिल-संबंधित टैरिफ को 20% से घटाकर 10% कर दिया है, और चीन ने अमेरिकी सोयाबीन तथा अन्य कृषि उत्पादों की खरीद फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है।
यह समझौता दोनों देशों के बीच एक अस्थायी ‘विराम’ के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि ताइवान और यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दों पर मतभेद अब भी कायम हैं।
और पढ़ें: यूके ट्रेन में चाकू हमला: कई लोग घायल, दो संदिग्ध गिरफ्तार