अमेरिका के प्रसिद्ध शोध केंद्र फर्मी नेशनल एक्सीलरेटर लेबोरेटरी (Fermilab) पर साइबर हमला हुआ है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट के शेयरपॉइंट प्लेटफॉर्म को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावरों की पहचान जल्दी कर ली गई और हमले का असर बेहद सीमित रहा।
फर्मी लैब के प्रवक्ता ने बताया कि इस साइबर हमले के दौरान किसी भी संवेदनशील या गोपनीय डाटा तक पहुंच नहीं बनाई जा सकी। सुरक्षा टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिस्टम को सुरक्षित किया और संभावित नुकसान को रोकने में सफलता पाई।
फर्मी लैब अमेरिका के प्रमुख भौतिकी अनुसंधान केंद्रों में से एक है, जहां उच्च-ऊर्जा कण भौतिकी और वैज्ञानिक शोध कार्य किए जाते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में वैज्ञानिक संस्थानों को लक्षित करने वाले साइबर हमलों में वृद्धि हुई है, जिससे शोध डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं।
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हालांकि हमले के पीछे किस साइबर समूह का हाथ है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह उन्नत तकनीकों का उपयोग करके किया गया हमला प्रतीत होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हमलों का उद्देश्य अक्सर संवेदनशील जानकारी तक पहुंच बनाना या संचालन को बाधित करना होता है।
फर्मी लैब प्रशासन ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाएगा। अमेरिकी साइबर सुरक्षा एजेंसियां इस हमले की विस्तृत जांच कर रही हैं।
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