अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान ब्रिटेन और अमेरिका लगभग 10 बिलियन डॉलर मूल्य के आर्थिक समझौते करने जा रहे हैं। यह समझौते विज्ञान और प्रौद्योगिकी से लेकर निवेश और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा देंगे।
एक अमेरिकी अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच एक नए "विज्ञान और प्रौद्योगिकी साझेदारी" को उजागर करेगी। इस साझेदारी में अरबों डॉलर के नए निवेश शामिल होंगे, जिनसे रोजगार सृजन और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।
यह समझौते अमेरिका और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से चले आ रहे आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को और गहरा करने की दिशा में एक अहम कदम माने जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को लेकर सहयोग बढ़ाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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ब्रिटेन के लिए यह साझेदारी खास महत्व रखती है, क्योंकि ब्रेक्ज़िट के बाद वह नए वैश्विक आर्थिक साझेदार खोज रहा है। वहीं, अमेरिका भी विज्ञान, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग के जरिए अपनी वैश्विक नेतृत्व क्षमता को और मजबूत करना चाहता है।
ट्रंप की इस यात्रा को केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि आर्थिक नजरिए से भी बेहद अहम माना जा रहा है। इससे यह संकेत भी मिलता है कि दोनों देश रणनीतिक साझेदारी को और गहराई देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इन समझौतों से उम्मीद है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग देखने को मिलेगा।
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