रविवार (30 नवंबर 2025) को उत्तराखंड के चमोली जिले में 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप रात में महसूस किया गया और इसका केंद्र पृथ्वी की सतह से लगभग 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। भूकंप का झटका हल्का था, लेकिन स्थानीय लोगों ने कंपन को स्पष्ट रूप से महसूस किया।
चमोली क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, जहां समय-समय पर कम और मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं। रविवार को आए इस भूकंप के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया और स्थिति पर नजर रखी गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, भूकंप के बाद किसी भी प्रकार की जनहानि या संपत्ति नुकसान की खबर नहीं है। फिर भी स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सतर्क रहने की अपील की है।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी लगातार हिमालयी क्षेत्रों में भूकंपीय गतिविधियों की निगरानी कर रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र भारत के सबसे संवेदनशील भूभागों में शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि छोटी तीव्रता के भूकंप इस क्षेत्र में ऊर्जा के स्वाभाविक निर्वहन का हिस्सा होते हैं, लेकिन लोगों को हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता होती है।
और पढ़ें: इंडोनेशिया में 6.6 तीव्रता का भूकंप, लोग घबराकर घरों से बाहर निकले
चमोली जिला पहले भी बड़े भूकंपों और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर चुका है। इसलिए प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें हमेशा तैयारी की स्थिति में रहती हैं। रविवार को आए भूकंप के बाद भी स्थानीय अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क किया और स्थिति सामान्य पाए जाने की पुष्टि की।
और पढ़ें: बांग्लादेश में दोबारा भूकंप के झटके, मौत का आंकड़ा 10 पहुंचा