मोदी सरकार के उन्मूलन अभियान के बीच 20 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार के सख्त रुख का असर एक बार फिर दिखाई दिया है। छत्तीसगढ़ और झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय 20 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। ये सभी नक्सली कई हिंसक घटनाओं और हमलों में शामिल रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने नक्सलवाद को देश से जड़ से समाप्त करने का संकल्प लिया है। इस अभियान के तहत सुरक्षा बलों की कार्रवाई तेज कर दी गई है और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास योजनाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
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आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने कहा कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं। पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के अधिकारियों ने उन्हें पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, बीते कुछ वर्षों में नक्सलवाद के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। केंद्र सरकार का मानना है कि कठोर सुरक्षा कार्रवाई के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी योजनाएँ नक्सल प्रभावित इलाकों में स्थायी समाधान का रास्ता खोल रही हैं।
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में नक्सल उन्मूलन अभियान और तेज होगा तथा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज में सम्मानपूर्वक पुनर्वासित किया जाएगा।
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