केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि जनवरी 2025 से अब तक 3,258 भारतीय नागरिकों को अमेरिका ने निर्वासित किया है, जो 2009 के बाद से सबसे उच्चतम संख्या है। जयशंकर ने यह जानकारी उस सवाल का जवाब देते हुए दी, जो समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने पूछा था।
उन्होंने कहा कि 2009 से अब तक कुल 18,822 भारतीय नागरिकों को अमेरिका द्वारा निर्वासित किया गया है। यह आंकड़ा भारत और अमेरिका के बीच में आप्रवासन नीतियों को लेकर चिंता का विषय बन सकता है, क्योंकि इसमें समय-समय पर भारतीय नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती रही है।
जयशंकर ने इस मामले को लेकर भारत की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अमेरिकी अधिकारियों के सामने अपने नागरिकों के निर्वासन और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के प्रति व्यवहार को लेकर अपनी चिंताओं को उठाया है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय अमेरिकी अधिकारियों से लगातार संपर्क में है और भारत के नागरिकों के अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रयासरत है।
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यह घटनाक्रम अमेरिका की आप्रवासन नीतियों में बदलाव और कड़ी निगरानी की ओर इशारा करता है, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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