पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) में आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद अशोक मित्तल ने अमेरिकी सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों का बहिष्कार करने की अपील की। उनका कहना है कि अगर भारत के उत्पादों पर अमेरिकी सरकार द्वारा टैरिफ बढ़ाया जाता है, तो इसका जवाब देना जरूरी है। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए LPU प्रशासन ने घोषणा की है कि अमेरिकी कंपनियों के सॉफ्ट ड्रिंक यूनिवर्सिटी परिसर में पूरी तरह से प्रतिबंधित किए जाएंगे।
अशोक मित्तल ने कहा कि विदेशी टैरिफ और व्यापार नीतियों के कारण भारतीय उत्पादकों और उद्योगों को नुकसान पहुँच रहा है। उन्होंने छात्रों और नागरिकों से अपील की कि वे भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दें और अमेरिकी सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों का बहिष्कार करें। उनका मानना है कि यह कदम भारत की आर्थिक संप्रभुता को मजबूत करेगा और देश के व्यापारिक हितों की रक्षा करेगा।
LPU प्रशासन ने इस अपील का स्वागत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में आने वाले सभी छात्र और स्टाफ अब अमेरिकी ब्रांड की सॉफ्ट ड्रिंक नहीं खरीद पाएंगे। विश्वविद्यालय ने कहा कि यह निर्णय टैरिफ नीति लागू होने तक प्रभावी रहेगा और छात्रों में देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देगा।
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विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे कदम शिक्षा संस्थानों में जागरूकता फैलाने और छात्रों को राष्ट्रीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाने का माध्यम बन सकते हैं। हालांकि, कुछ लोग इसे नीतिगत निर्णय की बजाय प्रतीकात्मक कदम मान सकते हैं।
इस पहल ने व्यापार और शिक्षा दोनों ही क्षेत्रों में बहस शुरू कर दी है, और देश में टैरिफ वृद्धि के जवाब में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में यह पहला बड़ा कदम माना जा रहा है।
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