प्रीमियर एनर्जीज ने कहा है कि आने वाला दशक भारत के ऊर्जा संक्रमण के लिए निर्णायक साबित होगा। कंपनी का लक्ष्य है देश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाना और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल करना।
कंपनी ने विस्तार योजनाओं का खुलासा करते हुए बताया कि वह बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा परियोजनाओं का निर्माण करेगी, जिससे न केवल देश की अक्षय ऊर्जा क्षमता बढ़ेगी, बल्कि ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की ऊर्जा मांग लगातार बढ़ रही है, और इसके साथ ही ऊर्जा उत्पादन में स्वच्छ और टिकाऊ विकल्पों की जरूरत भी बढ़ी है।
प्रीमियर एनर्जीज का कहना है कि निवेशकों और उद्योगों के सहयोग से भारत का सौर ऊर्जा बाजार वैश्विक मानकों के अनुसार विकसित किया जा सकता है। कंपनी नवीनतम तकनीकों और आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसके अलावा, स्थानीय रोजगार सृजन और ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा पहुंचाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
और पढ़ें: भारत-बांग्लादेश सीमा समझौता 2015: 10 वर्षों में लगभग 15,000 लोगों को भारतीय नागरिकता
प्रीमियर एनर्जीज के प्रबंध निदेशक ने कहा कि भारत का ऊर्जा परिदृश्य तेजी से बदल रहा है और इस परिवर्तन के दौर में सही नीतियों और तकनीकी नवाचारों के माध्यम से देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना संभव है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कंपनी की रणनीति न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दशक में ऊर्जा संक्रमण के फैसले देश की आर्थिक और पर्यावरणीय दिशा को आकार देंगे, और कंपनियों का योगदान इस परिवर्तन में निर्णायक होगा।
और पढ़ें: अमेरिका में भारतीय मूल ट्रक ड्राइवर पर हत्या का आरोप, जमानत अस्वीकार