अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए यात्रियों के ब्रिटेन में रह रहे परिजन अब भी डीएनए से मिलाए गए अवशेषों की पहचान की आधिकारिक जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।
ब्रिटेन की लॉ फर्म कीस्टोन लॉ, जो विमानन विशेषज्ञों के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों की सहायता कर रही है, ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की है। फर्म का कहना है कि हादसे के कई सप्ताह बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवारों को अपने प्रियजनों के अवशेषों की सही पहचान और स्वदेश लाने की अनुमति नहीं मिल पाई है।
कीस्टोन लॉ के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस देरी से परिवारों को गहरा मानसिक आघात पहुंच रहा है। उन्होंने भारतीय अधिकारियों से अनुरोध किया कि डीएनए परीक्षण और पहचान प्रक्रिया में तेजी लाई जाए, ताकि अंतिम संस्कार की औपचारिकताएं समय पर पूरी हो सकें।
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विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि हादसे में हुए गंभीर नुकसान के कारण पहचान प्रक्रिया जटिल हो गई है। हालांकि, आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ टीमों के सहयोग से इस प्रक्रिया को अपेक्षाकृत तेज़ी से पूरा किया जा सकता है।
ब्रिटेन और भारत दोनों देशों के पीड़ित परिवारों ने भी सरकारों से समन्वय बढ़ाने और पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने की अपील की है।
एयर इंडिया हादसे की जांच अभी जारी है और प्रारंभिक रिपोर्ट में तकनीकी खराबी को संभावित कारण बताया गया है।
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