केंद्रीय विमानन मंत्री ने एयर इंडिया विमान हादसे की जांच को लेकर आश्वासन दिया है कि यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि जांच में किसी भी तरह की हेरफेर या गड़बड़ी की संभावना नहीं है।
यह बयान उन चिंताओं और सवालों के बीच आया है, जो कुछ क्षेत्रों में एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की जांच को लेकर उठाए गए थे। इन सवालों में यह डर जताया गया था कि जांच में बाहरी दबाव या अन्य कारकों के कारण वास्तविक कारणों को छिपाया जा सकता है।
मंत्री ने कहा कि दुर्घटना की जांच पूरी तरह वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण पर आधारित होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जांच का उद्देश्य केवल वास्तविक कारणों को उजागर करना है और इसमें किसी भी प्रकार की अनैतिकता की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति न्याय और जवाबदेही प्राथमिकता होगी। मंत्री के अनुसार, जांच अधिकारियों को स्वतंत्रता दी गई है ताकि वे निष्पक्ष तरीके से सभी तथ्य और साक्ष्यों का मूल्यांकन कर सकें।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे आश्वासन से न केवल जांच की विश्वसनीयता बढ़ती है, बल्कि जनता और पीड़ित परिवारों का विश्वास भी कायम रहता है। मंत्री ने मीडिया और जनता से अपील की कि वे जांच प्रक्रिया के दौरान धैर्य बनाए रखें और अफवाहों या अटकलों पर ध्यान न दें।
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