केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आर्थिक अपराधियों, साइबर अपराधियों और फरार अपराधियों के प्रति शून्य-सहनशीलता (Zero-Tolerance) अपनाना अनिवार्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिशा में कड़ी और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि अपराधियों को कानून के दायरे से बाहर रहने का कोई मौका न मिले।
अमित शाह ने कहा कि आर्थिक अपराध देश की आर्थिक स्थिरता और निवेश को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वित्तीय अपराधों में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने साइबर अपराधों की गंभीरता पर भी जोर दिया और कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते अपराधों से निपटने के लिए तकनीकी दक्षता और निगरानी प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी अमित शाह ने यह भी कहा कि फरार अपराधियों को पकड़ना और उन्हें न्याय के कटघरे में लाना प्राथमिकता होनी चाहिए। चाहे अपराधी आर्थिक हो, साइबर अपराध में लिप्त हो या फरार हो, कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
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उन्होंने अधिकारियों को मामलों की त्वरित और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि किसी भी प्रकार की देरी अपराधियों को फायदा पहुंचा सकती है। अमित शाह ने यह भी कहा कि देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस नीति का पालन आवश्यक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे यह संदेश जाता है कि सरकार अपराधियों के प्रति कोई रियायत नहीं देगी।
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