बांग्लादेश की राजधानी ढाका और आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार (21 नवंबर 2025) सुबह 5.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और सौ से अधिक लोग घायल हो गए। भूकंप से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, कुछ स्थानों पर आग लग गई और लोगों में भारी अफरा-तफरी मच गई।
अधिकारियों के अनुसार मृतकों में चार लोग ढाका के, पांच नर्सिंडी जिले के—जहां भूकंप का केंद्र था—और एक नारायणगंज के थे। ढाका के पुराने इलाके अरमानिटोला में एक पांच मंजिला इमारत की रेलिंग, बांस की स्कैफोल्डिंग और मलबा गिरने से तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में एक मेडिकल छात्र भी शामिल था, जो अपनी मां के साथ मांस खरीदने आया था। उसकी मां गंभीर रूप से घायल हुई और आपात सर्जरी की आवश्यकता है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि गाज़ीपुर के औद्योगिक क्षेत्र में ही करीब 100 मजदूर इमारतों से बाहर भागते समय घायल हुए। नर्सिंडी प्रशासन ने बताया कि पांच लोगों की मौत के अलावा चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें एक बच्चा और उसके पिता भी शामिल हैं।
और पढ़ें: अपने वतन से दूर होना बेहद पीड़ादायक : शेख़ हसीना का बड़ा खुलासा
नारायणगंज में दीवार गिरने से एक शिशु की मौत हो गई और उसकी मां गंभीर रूप से घायल हुई। पुरानी ढाका के स्वामीबाग इलाके में एक आठ मंजिला इमारत झुक गई, जबकि काला बागान क्षेत्र में सात मंजिला इमारत झुकी हुई पाई गई, हालांकि उसकी संरचना सुरक्षित बताई गई।
ढाका के बारिधारा इलाके में एक आवासीय भवन में भूकंप के तुरंत बाद आग लग गई। मुंशिगंज के गज़ारिया क्षेत्र में भी आग की घटना दर्ज की गई। राजशाही और चटगांव से भी क्षति और आग की खबरें मिली हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बांग्लादेश सक्रिय टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित है, इसलिए बड़े भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है। मौसम विभाग ने कहा कि ढाका के इतना करीब इस तीव्रता का भूकंप पहले कभी नहीं आया। विशेषज्ञों ने आशंका जताई कि यदि झटका 5–7 सेकंड और चलता तो नुकसान कई गुना अधिक हो सकता था।
और पढ़ें: कमज़ोर शासन के कारण बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका में सत्ता परिवर्तन: अजीत डोभाल