बेंगलुरु में हुई एक रोड रेज की घटना ने शहर को दहला दिया, जहां 61 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को धक्का देने से उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान सैयद निसार अहमद के रूप में हुई है, जो लंबे समय से लकवे और सांस की बीमारी से जूझ रहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, निसार अहमद अपने बेटे और दामाद के साथ कार से अस्पताल परामर्श के लिए आए थे। इसी दौरान पार्किंग स्थल पर एक अन्य वाहन चालक के साथ विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी ने गुस्से में निसार अहमद को धक्का दे दिया। अचानक धक्का लगने से वे ज़मीन पर गिर पड़े और उनकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आरोपी ने बुजुर्ग की नाजुक हालत को नज़रअंदाज़ करते हुए आक्रामक व्यवहार किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना ने शहर में रोड रेज से जुड़ी हिंसक प्रवृत्तियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
और पढ़ें: भारत में बारिश का कहर: जम्मू-कश्मीर से हिमाचल तक बाढ़ का संकट, दिल्ली में यमुना का जलस्तर घटा
परिवार ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और आरोप लगाया कि अगर मौके पर मौजूद लोग तुरंत मदद करते तो शायद निसार अहमद की जान बचाई जा सकती थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि शहरी क्षेत्रों में बढ़ती ट्रैफिक समस्या और धैर्य की कमी रोड रेज की घटनाओं को जन्म दे रही है। इन घटनाओं में कई बार निर्दोष लोगों की जान चली जाती है।
बेंगलुरु पुलिस ने अपील की है कि लोग धैर्य बनाए रखें और छोटी-छोटी बातों पर हिंसक प्रतिक्रिया न दें। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि रोड रेज केवल झगड़े तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
और पढ़ें: ट्रंप का टैरिफ युद्ध: ग्लोबल साउथ के लिए अवसर