बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा वर्कर्स) के लिए बड़ी घोषणा की है। बुधवार (30 जुलाई 2025) को नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि अब आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹3,000 प्रति माह दिया जाएगा, जो पहले ₹1,000 था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम आशा कार्यकर्ताओं की मेहनत और ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में उनके योगदान को देखते हुए उठाया गया है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता मातृ और शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, पोषण अभियान और ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
नीतीश कुमार ने कहा, “बिहार सरकार हमेशा से ही आशा कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी रही है। उनकी सेवाओं को सम्मानित करने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का फैसला लिया गया है।”
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इस घोषणा का फायदा राज्य की हजारों आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण में भी मदद करेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह निर्णय आगामी विधानसभा चुनावों में सरकार के लिए एक अहम मुद्दा बन सकता है, क्योंकि आशा कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर जनता से सीधा जुड़ाव रखती हैं।
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