विधानसभा में सोमवार को उस समय हंगामा हो गया जब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक मंत्री द्वारा भारतीय सेना को लेकर दिए गए विवादित बयान का मुद्दा उठाया गया। इस बयान के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
बीजेपी विधायकों ने कहा कि सेना पर की गई टिप्पणी न केवल अनुचित है, बल्कि देश की सुरक्षा और मनोबल पर भी आघात करती है। उनका कहना था कि टीएमसी मंत्री को तत्काल अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष के हंगामे के बीच बीजेपी विधायकों ने स्पीकर से इस बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने और मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी लगातार संवेदनशील मुद्दों पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है।
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टीएमसी की ओर से सफाई देते हुए पार्टी नेताओं ने कहा कि मंत्री का बयान संदर्भ से हटाकर पेश किया जा रहा है और इसका उद्देश्य सेना का अपमान करना नहीं था। उन्होंने बीजेपी पर मुद्दे को बेवजह तूल देने का आरोप लगाया।
सदन में बढ़ते विवाद के चलते कार्यवाही कुछ समय के लिए बाधित रही। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा पश्चिम बंगाल और केंद्र की राजनीति में बड़ा विवाद बन सकता है।
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