पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में बैठक में हिस्सा लिया, जिसमें युद्ध के बाद गाजा के लिए योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में मध्य पूर्व के अमेरिकी दूत स्टीव विटकोफ ने बताया कि अमेरिका युद्ध के “अगले दिन” के लिए एक बहुत व्यापक योजना तैयार कर रहा है। हालांकि, बैठक की अन्य विस्तृत जानकारियां अभी सार्वजनिक नहीं की गई हैं।
टोनी ब्लेयर ने 2007 में ब्रिटेन की सत्ता छोड़ने के बाद कुछ वर्षों तक मध्य पूर्व दूत के रूप में काम किया। उनका ध्यान फिलिस्तीनी क्षेत्रों में आर्थिक विकास लाने और दो-राज्य समाधान के लिए परिस्थितियां बनाने पर केंद्रित था। इस अनुभव को ध्यान में रखते हुए, उनकी भागीदारी को अमेरिकी रणनीतियों और गाजा की पुनर्निर्माण योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हालांकि, इस बैठक के दौरान यह स्पष्ट नहीं किया गया कि फिलिस्तीनी राज्य के लिए कोई ठोस योजना होगी या नहीं। जब इज़राइल के विदेश मंत्री गिडीयोन सार से पत्रकारों ने फिलिस्तीनी राज्य के लिए योजना के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक मध्य पूर्व की स्थिरता और गाजा के युद्धोत्तर पुनर्निर्माण पर अमेरिकी नीतियों के संकेत दे सकती है। इसके साथ ही, ब्लेयर की मौजूदगी ने यह दर्शाया कि अमेरिका मध्य पूर्व में एक व्यापक रणनीतिक योजना बनाने में गंभीर है।
कुल मिलाकर, टोनी ब्लेयर और डोनाल्ड ट्रंप की यह बैठक गाजा के भविष्य और मध्य पूर्व में संभावित स्थिरता के लिए रणनीतिक दिशा तय करने के प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही है, जबकि फिलिस्तीनी राज्य की स्थिति पर अभी अनिश्चितता बनी हुई है।
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