केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भुवनेश्वर बायपास परियोजना को छह लेन में विकसित करने के लिए ₹8,307.74 करोड़ के निवेश को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना न केवल सड़क यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र में बहु-मोडल एकीकरण (Multi-Modal Integration) को भी बढ़ावा देगी।
परियोजना के तहत विकसित होने वाला यह कॉरिडोर एक प्रमुख रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, प्रस्तावित मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP) और दो प्रमुख बंदरगाहों को जोड़ने का काम करेगा। इससे माल ढुलाई की गति बढ़ेगी, परिवहन लागत कम होगी और औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी।
अधिकारियों के अनुसार, यह बायपास भुवनेश्वर शहर के यातायात दबाव को कम करेगा और भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराएगा। साथ ही, परियोजना पूरी होने पर यह कॉरिडोर पूर्वी भारत में एक महत्वपूर्ण आर्थिक धुरी के रूप में उभरेगा।
और पढ़ें: राजस्थान के कोटा-बूंदी में ₹1,507 करोड़ की हवाई अड्डा परियोजना को मंत्रिमंडल की मंजूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सड़क परियोजना ओडिशा में कनेक्टिविटी सुधारने के साथ-साथ पर्यटन और औद्योगिक क्षेत्रों को भी गति देगी। भुवनेश्वर हवाई अड्डे और बंदरगाहों तक आसान पहुंच से निर्यात-आयात गतिविधियों में तेजी आएगी।
सरकार का कहना है कि परियोजना का निर्माण आधुनिक डिजाइन और सुरक्षा मानकों के अनुरूप किया जाएगा, जिससे यात्रा समय में कमी आएगी और दुर्घटनाओं का खतरा घटेगा। यह राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
और पढ़ें: राहुल गांधी का आरोप: चुनाव आयोग और भाजपा में मिलीभगत