केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार (31 दिसंबर 2025) को ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग-326 (एनएच-326) के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण की महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दे दी। इस परियोजना के तहत मौजूदा दो-लेन सड़क को पक्कीकरन (पेव्ड शोल्डर) के साथ दो-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग में उन्नत किया जाएगा। यह कार्य 68.600 किलोमीटर से लेकर 311.700 किलोमीटर तक के हिस्से में किया जाएगा और इसे ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) मोड के तहत लागू किया जाएगा।
सरकारी बयान के अनुसार, इस परियोजना की कुल पूंजीगत लागत ₹1,526.21 करोड़ है, जिसमें ₹966.79 करोड़ की राशि सिविल निर्माण कार्य पर खर्च की जाएगी। यह परियोजना ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में सड़क अवसंरचना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
कैबिनेट के बयान में कहा गया है कि एनएच-326 के उन्नयन से यात्रा न केवल तेज और सुरक्षित होगी, बल्कि अधिक भरोसेमंद भी बनेगी। इससे दक्षिणी ओडिशा के समग्र विकास को गति मिलेगी, विशेष रूप से गजपति, रायगढ़ा और कोरापुट जिलों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
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बेहतर सड़क संपर्क से स्थानीय समुदायों, उद्योगों, शैक्षणिक संस्थानों और पर्यटन केंद्रों को बाजारों, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार के अवसरों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। इससे क्षेत्र में समावेशी विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
सरकार ने अगस्त 14, 2012 को जारी राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अस्का के पास एनएच-59 से शुरू होकर मोहना, रायपंका, अमलाभाटा, रायगढ़ा, लक्ष्मीपुर होते हुए चिंतुरु के पास एनएच-30 तक जाने वाले इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग-326 घोषित किया था। यह परियोजना अब इस मार्ग की क्षमता और गुणवत्ता को नए स्तर पर ले जाएगी।
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