केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने साइबर धोखाधड़ी से जुड़े म्यूल अकाउंट्स मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने बताया कि ये अधिकारी संगठित साइबर अपराधियों के साथ मिलीभगत कर ऐसे बैंक खाते खुलवाने में शामिल थे, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी से हासिल की गई रकम के लेन-देन के लिए किया जाता था। यह कार्रवाई बुधवार (24 दिसंबर 2025) को की गई।
CBI के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शालिनी सिन्हा और अभिषेक कुमार के रूप में हुई है। शालिनी सिन्हा पटना स्थित केनरा बैंक में सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत थीं, जबकि अभिषेक कुमार एक्सिस बैंक में बिजनेस डेवलपमेंट एसोसिएट के तौर पर तैनात थे। दोनों अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर नियमों को दरकिनार करते हुए फर्जी या संदिग्ध खाताधारकों के नाम पर खाते खुलवाए।
जांच एजेंसी का कहना है कि इन म्यूल अकाउंट्स का इस्तेमाल साइबर अपराधी गिरोह द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में की गई ऑनलाइन ठगी, फिशिंग और डिजिटल फ्रॉड से प्राप्त धन को ट्रांसफर और छिपाने के लिए किया गया। ऐसे खाते आम तौर पर असली लाभार्थियों को छिपाने और जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए खोले जाते हैं।
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CBI ने बताया कि यह मामला एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिसमें बैंकिंग सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर साइबर अपराध को अंजाम दिया गया। एजेंसी ने इस सिलसिले में पटना और अन्य स्थानों पर छापेमारी कर दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं। आगे की जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस साजिश में और कौन-कौन लोग शामिल थे और कितनी राशि का लेन-देन इन खातों के जरिए किया गया।
CBI का कहना है कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने और बैंकिंग व्यवस्था की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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