केंद्र सरकार ने राष्ट्र के तीन महान नेताओं के महत्वपूर्ण अवसरों को भव्य रूप से मनाने के लिए विशेष समितियों का गठन किया है। सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में तीन अलग-अलग पैनलों की स्थापना की है। इस संबंध में तीन अलग-अलग राजपत्र अधिसूचनाएँ जारी की गई हैं।
सरदार पटेल, जिन्हें भारत के लौहपुरुष के रूप में जाना जाता है, ने स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों के एकीकरण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। बिरसा मुंडा आदिवासी समुदाय के वीर योद्धा और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन और शोषण के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी को उनके सशक्त नेतृत्व, दूरदर्शी नीतियों और प्रखर वैयक्तित्व के लिए याद किया जाता है।
केंद्र सरकार का कहना है कि इन पैनलों का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रमों और आयोजनों की रूपरेखा तैयार करना, उन्हें प्रभावी ढंग से संचालित करना और इन महान विभूतियों के योगदान को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है। समितियाँ इन नेताओं के जीवन, विचारों और उपलब्धियों पर केंद्रित विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षिक और स्मृति कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी।
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इन आयोजनों के माध्यम से सरकार न केवल उनके योगदान को स्मरण कराना चाहती है, बल्कि देश के युवाओं को प्रेरित करने और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी भूमिका को उजागर करने की भी योजना बना रही है। यह पहल आने वाले महीनों में व्यापक जनभागीदारी के साथ राष्ट्रीय उत्सव का रूप ले सकती है।
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