भारतीय उद्योगपति और रियल एस्टेट सेक्टर के प्रमुख नाम निरंजन हीरानंदानी, जिनकी कुल संपत्ति लगभग 32,000 करोड़ रुपये आंकी जाती है, हाल ही में आध्यात्मिक मेंटर जय मदान के पॉडकास्ट में शामिल हुए। इस बातचीत में उन्होंने सफलता, भाग्य और जीवन के महत्वपूर्ण मोड़ों पर अपने विचार साझा किए।
हीरानंदानी ने बताया कि उनकी नज़र में सफलता केवल धन, निवेश या योजनाबद्ध दिनचर्या से नहीं मिलती, बल्कि इंसान की सोच, चेतना और मानसिक दृष्टिकोण भी किस्मत को गढ़ने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। जब उनसे पूछा गया कि उनकी सफलता में भाग्य का कितना योगदान है, तो उन्होंने कहा, “किस्मत का रोल तो हमेशा रहेगा, लेकिन मेरे अनुभव में हम अपनी किस्मत अपने विचारों और सोच से बनाते हैं।”
उन्होंने बताया कि व्यक्ति की सकारात्मक सोच, निरंतर प्रयास और मानसिक ऊर्जा जीवन को बदल सकती है। उनके अनुसार, यदि इंसान अपने विचारों की दिशा बदल ले, तो वह परिस्थितियों और परिणामों को भी प्रभावित कर सकता है।
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निरंजन हीरानंदानी ने यह भी कहा कि कई बार जीवन में अवसर आते हैं, पर केवल वे लोग उन्हें पकड़ पाते हैं जिनकी सोच प्रयास और उम्मीद से भरी हो। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने विचारों को मजबूत बनाना, लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहना और मानसिक रूप से सक्रिय रहना ही वास्तविक “किस्मत बदलने” का तरीका है।
उनकी यह सोच पारंपरिक उद्यमियों की उस धारणा से अलग है, जिसमें सफलता को केवल मेहनत और रणनीति का परिणाम माना जाता है। हीरानंदानी के अनुसार, जीवन में सकारात्मक विचारों की शक्ति और चेतना का प्रभाव अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, जबकि वही व्यक्ति के भाग्य को दिशा देने की क्षमता रखते हैं।
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