मध्यप्रदेश के मऊगंज में उर्वरक संकट को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों ने संयुक्त रूप से ज़ोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि लगातार बढ़ते संकट और आवश्यक खाद की अनुपलब्धता ने उनकी खेती को प्रभावित कर दिया है। इस स्थिति को देखते हुए कांग्रेस ने किसानों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार समय पर खाद उपलब्ध कराने में असफल रही है, जिससे किसानों की बुवाई और उत्पादन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि रबी सीजन की तैयारी के बावजूद आवश्यक उर्वरक बाज़ार में उपलब्ध नहीं हैं। इससे किसान चिंतित और परेशान हैं।
कांग्रेस नेताओं ने इस अवसर पर कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील नहीं है और उसकी नीतियां कृषि विरोधी साबित हो रही हैं। उन्होंने मांग की कि प्रदेश में सभी किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराया जाए, ताकि फसलों को नुकसान न हो।
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किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उर्वरक संकट का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को और तेज़ करेंगे। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने जमकर नारेबाज़ी की और प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा।
कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर किसानों के समर्थन में कहा कि यदि सरकार किसानों की मांग पूरी नहीं करती, तो कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
इस प्रदर्शन ने मऊगंज क्षेत्र में उर्वरक संकट को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। किसान संगठन और विपक्ष मिलकर सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपना रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द उर्वरक आपूर्ति बहाल की जा सके।
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