कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार (14 दिसंबर, 2025) को ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार, भाजपा-आरएसएस और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित इस विशाल रैली में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी “सत्य के साथ खड़ी है” और “नरेंद्र मोदी-आरएसएस सरकार को हटाने” के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि वह देश का चुनाव आयोग है, न कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा नया कानून बनाया है, जिससे चुनाव आयोग को “इम्युनिटी” मिलती है। राहुल गांधी ने कहा, “हम इस कानून को बदलेंगे और चुनाव आयुक्तों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू तथा विवेक जोशी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वे भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं और कांग्रेस इन प्रयासों को सफल नहीं होने देगी।
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रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भाजपा-आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस के लोग संविधान को खत्म करने में लगे हुए हैं और हिंदुत्व के नाम पर गरीबों को फिर से गुलाम बनाना चाहते हैं। खड़गे ने कहा, “देश को आज़ादी कांग्रेस ने दिलाई थी। उस समय मोदी-शाह पैदा भी नहीं हुए थे।”
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पार्टी ने कथित वोट चोरी के खिलाफ देशभर से करीब छह करोड़ हस्ताक्षर जुटाए हैं। इन हस्ताक्षरों को जल्द ही भारत के राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। पार्टी का कहना है कि यह अभियान लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की रक्षा के लिए चलाया जा रहा है।
रैली में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की बड़ी मौजूदगी देखी गई, जिससे राजधानी में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया।
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