कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग (ECI) पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुली अवहेलना का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि आयोग ने आधार से जुड़ी सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट हिदायतों का पालन नहीं किया और यह लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग को इस लापरवाही के लिए न केवल जवाबदेह ठहराना चाहिए, बल्कि उसे सार्वजनिक रूप से "नामित और शर्मिंदा" भी किया जाना चाहिए। विपक्ष ने कहा कि जब देश की सर्वोच्च अदालत ने निर्देश दिए थे, तब चुनाव आयोग का कर्तव्य था कि वह उनका पूर्ण अनुपालन करे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि इतिहास चुनाव आयोग और उसके प्रमुख वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को इस विफलता के लिए माफ नहीं करेगा। उनका कहना था कि संवैधानिक संस्थाओं का कर्तव्य केवल सत्ता की सुविधा के लिए काम करना नहीं है, बल्कि जनता के अधिकारों और न्यायिक आदेशों का सम्मान करना भी है।
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विपक्षी दल ने यह भी चेतावनी दी कि यदि संवैधानिक संस्थाएं बार-बार सुप्रीम कोर्ट की अनदेखी करती है, तो इससे लोकतांत्रिक ढांचे पर गहरा असर पड़ेगा। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि इस पूरे मामले में आयोग को संसद और जनता के सामने जवाब देना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद न केवल आधार और मतदाता सूची से जुड़े मुद्दों तक सीमित है, बल्कि यह संवैधानिक संस्थाओं की जवाबदेही और पारदर्शिता पर भी गहन बहस खड़ा करता है।
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