झारखंड के एक सुरक्षा क्षेत्र में हुई आईईडी (Improvised Explosive Device) विस्फोट की घटना में घायल सीआरपीएफ हेड कॉन्स्टेबल की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के समय हेड कॉन्स्टेबल सुरक्षा कार्य में तैनात थे और उनके साथ अन्य जवान भी थे।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) द्वारा प्लांट किए गए उपकरणों से हुआ था। माओवादी संगठन इस समय झारखंड में ‘प्रतिरोध सप्ताह’ मना रहा है, जिसका उद्देश्य सुरक्षा बलों को निशाना बनाना बताया गया है।
घटना के बाद मौके पर सुरक्षा बलों और पुलिस की टीम पहुंची और प्रभावित क्षेत्र की घेराबंदी कर विस्तृत जांच शुरू की। विस्फोट स्थल से कई संदिग्ध सामग्री और उपकरण बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है।
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सीआरपीएफ के अधिकारियों ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हेड कॉन्स्टेबल ने देश की सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए बलिदान दिया। उनका निधन सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ा नुकसान है।
विशेषज्ञों का कहना है कि माओवादी संगठन अक्सर जमीनी इलाकों में आईईडी विस्फोट और सुरक्षा बलों पर हमला करके माहौल को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं। ‘प्रतिरोध सप्ताह’ के दौरान कई स्थानों पर ऐसी घटनाओं की आशंका जताई गई थी।
झारखंड पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अब इस हमले की गहन जांच कर रही हैं और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। घटना ने फिर से यह दिखाया कि माओवादी हिंसा क्षेत्रीय सुरक्षा और ग्रामीण विकास के लिए गंभीर खतरा है।
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