राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को लगातार पाँचवें दिन ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। दिवाली से पहले प्रदूषण स्तर में तेज़ वृद्धि देखी जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार शाम 4 बजे तक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 268 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं एनसीआर क्षेत्र में गाज़ियाबाद का AQI 324 दर्ज हुआ जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है, जबकि नोएडा और गुरुग्राम क्रमशः 298 और 258 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली से पहले पटाखों की बिक्री, पराली जलाने की घटनाएँ, और वाहनों से उत्सर्जन में वृद्धि ने हवा की गुणवत्ता को और बिगाड़ दिया है। बदलते मौसम और हवा की कम गति ने भी प्रदूषकों को वातावरण में फँसाकर स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
सरकार ने लोगों से अपील की है कि निजी वाहनों का सीमित उपयोग करें और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें। साथ ही, पटाखों के इस्तेमाल से बचने और ‘ग्रीन दिवाली’ मनाने की सलाह दी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तुरंत सख्त कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में स्थिति ‘गंभीर’ स्तर तक पहुँच सकती है।
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