जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पहलगाम हमले के बाद बंद किए गए सभी पर्यटन स्थलों को जल्द से जल्द पुनः खोलने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यटन क्षेत्र केवल राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए ही नहीं बल्कि लाखों परिवारों के रोज़गार और आजीविका का आधार भी है।
सीएम ने कहा, “हम जानते हैं कि लाखों लोगों के घर पर्यटन पर निर्भर हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि पर्यटन को उस स्तर पर वापस लाया जाए जो वह पहलगाम हमले से पहले था।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि पर्यटन क्षेत्र की बहाली से स्थानीय व्यवसाय, होटल, रेस्तरां और अन्य सेवा क्षेत्र भी सक्रिय होंगे, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन से कहा कि सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थलों को खोलने की रणनीति तैयार की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार पर्यटकों और स्थानीय समुदाय दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी।
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उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाओं और पैकेज की भी बात की, जिससे राज्य में अधिक पर्यटक आकर्षित हों। सीएम का कहना था कि जम्मू-कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना आवश्यक है और इसके लिए पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करना प्राथमिकता है।
उमर अब्दुल्ला ने यह भी संकेत दिया कि स्थानीय समुदायों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा ताकि पर्यटन से जुड़े लाभ सीधे उनके पास पहुंचें।
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