दिल्ली में वकीलों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है, जो पुलिस के साथ वर्चुअल डिपोजिशन को लेकर चल रहे विवाद के कारण शुरू हुई थी। वकीलों ने हड़ताल के दौरान अदालतों में पेशी और अन्य कानूनी कार्यों से दूरी बनाई थी।
वकीलों के नेताओं ने कहा कि पुलिस ने विवाद में अपने रुख में बदलाव किया है और उनके सुझावों और चिंताओं को गंभीरता से लिया है। पुलिस ने वर्चुअल डिपोजिशन के तरीके और प्रक्रिया को लेकर वकीलों की मांगों पर सहमति व्यक्त की, जिसके बाद वकीलों ने हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया।
इससे पहले, दिल्ली के वकीलों और पुलिस के बीच विवाद तब बढ़ गया था जब पुलिस ने वर्चुअल डिपोजिशन के लिए कुछ नियमों और प्रक्रियाओं को लागू किया। वकीलों का कहना था कि यह उनके पेशेवर अधिकारों और अदालत में पारंपरिक कार्यप्रणाली को प्रभावित कर रहा है। हड़ताल के कारण अदालतों में मामलों की सुनवाई प्रभावित हुई थी और न्यायिक प्रक्रियाओं में देरी हुई।
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पुलिस और वकीलों के बीच हुई बैठक के बाद विवाद को सुलझाने के लिए सहमति पर पहुंचने का फैसला किया। वकीलों ने कहा कि वे भविष्य में भी इस तरह की प्रक्रियाओं के संबंध में उचित संवाद और सहमति की प्रक्रिया अपनाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समाधान न्यायिक प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन और वकीलों तथा पुलिस के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे अदालतों में मामलों की सुनवाई और कानूनी कार्यवाहियों में बाधा कम होगी।
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