मंगलवार (11 नवंबर 2025) को गृह मंत्रालय (MHA) ने दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, यह कदम इस बात का स्पष्ट संकेत है कि सरकार इस विस्फोट को आतंकी घटना मान रही है, क्योंकि एनआईए को केवल आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच का अधिकार है।
10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई इस भयंकर विस्फोटक घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हैं। पुलिस ने पहले ही यूएपीए और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था और अब एनआईए की टीम ने जांच अपने हाथों में ले ली है।
इस बीच, बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान मंगलवार को संपन्न हुआ। इस चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 1,302 उम्मीदवार मैदान में थे।
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भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के अनुसार, शाम 5 बजे तक 67.14% मतदान दर्ज किया गया। किशनगंज जिले में सर्वाधिक 76.26% मतदान हुआ, जबकि नवादा जिले में सबसे कम 57.11% वोटिंग दर्ज की गई।
पहले चरण की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी गई है।
इन दोनों घटनाओं — लाल किला विस्फोट की जांच एनआईए को सौंपे जाने और बिहार चुनाव के उच्च मतदान — ने मंगलवार को देश की प्रमुख सुर्खियां बटोरीं।
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