मध्य प्रदेश पुलिस ने एक डॉक्टर को उस घातक खांसी की दवा ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif) को बच्चों को लगातार लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिसके सेवन से कई गंभीर मामले सामने आए हैं। जांच में पता चला है कि डॉ. प्रवीन सोनी को हर बेची गई बोतल पर ₹2.5 का कमीशन मिलता था।
पुलिस के अनुसार, डॉ. सोनी को इस दवा के खतरनाक दुष्प्रभावों की पूरी जानकारी थी, फिर भी वे इसे अपने क्लिनिक पर छोटे बच्चों को लिखते रहे। यह दवा हाल ही में कई मौतों से जुड़ी बताई गई है और स्वास्थ्य विभाग ने इसे “उच्च जोखिम वाली दवा” की श्रेणी में रखा है।
जांच में सामने आया कि दवा निर्माता कंपनी ने डॉक्टरों को बिक्री बढ़ाने के लिए कमीशन और अन्य प्रलोभन दिए थे। इसी श्रृंखला में डॉ. सोनी को भी हर बोतल के एवज में ₹2.5 का “कट” दिया जाता था। पुलिस ने उनके क्लिनिक से बड़ी मात्रा में कोल्ड्रिफ की बोतलें, नकद राशि और फार्मा कंपनी से हुए लेनदेन के दस्तावेज़ जब्त किए हैं।
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अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर पर मेडिकल नेग्लिजेंस, धोखाधड़ी और मुनाफाखोरी के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, फार्मा कंपनी के एजेंटों की भी तलाश की जा रही है, जिन्होंने इस अवैध कमीशन प्रणाली को बढ़ावा दिया।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि बिना चिकित्सीय सलाह के कोई भी दवा न लें और किसी संदिग्ध डॉक्टर की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
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