दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ DUSU (Delhi University Students’ Union) चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। यह चुनाव पूरे विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसके माध्यम से छात्र नेताओं का चयन होता है जो कैंपस में विभिन्न मुद्दों पर छात्रों की आवाज़ उठाते हैं।
चुनाव गुरुवार, 18 सितंबर को हुआ। मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और कुल 39.45% मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया। यह पिछले वर्षों के मुकाबले हल्की वृद्धि या गिरावट के संकेत दे सकता है, लेकिन छात्रों की सक्रिय भागीदारी दर्शाती है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी रुचि बनी हुई है।
मतदान में भाग लेने वाले छात्रों ने विभिन्न छात्र संगठनों और उम्मीदवारों के बीच अपनी पसंद का इज़हार किया। इस चुनाव में कई प्रमुख छात्र संगठन और स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में थे, जिन्होंने शिक्षा, छात्र कल्याण, फीस नीति, हॉस्टल सुविधाओं और अन्य छात्र मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
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मतगणना के परिणाम आने के बाद छात्र नेताओं और संगठनों की सफलता या हार स्पष्ट हो जाएगी। यह न केवल यूनिवर्सिटी में नेतृत्व का निर्णय है, बल्कि यह भविष्य में छात्रों के लिए नीति निर्धारण और निर्णय प्रक्रिया में प्रभाव डाल सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि DUSU चुनाव में छात्र राजनीति की दिशा और कैंपस में सक्रिय मुद्दों का प्रतिनिधित्व देखने को मिलता है। इस बार की मतगणना से यह भी पता चलेगा कि छात्रों की प्राथमिकताएं और संगठनिक ताकत किस दिशा में है।
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