चुनाव आयोग ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा को केंद्रीय कोलकाता स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय में हुई कथित “सुरक्षा चूक” को लेकर पत्र लिखा है। यह कदम उस घटना के बाद उठाया गया, जब 24 नवंबर को कुछ विरोध कर रहे बूथ लेवल अधिकारी (BLOs) अचानक मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के कार्यालय में घुस गए और विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के दौरान बढ़ते कार्यभार तथा इसी दौरान कई BLOs की मौत के मुद्दे को उजागर किया।
चुनाव आयोग ने अपने पत्र में कहा कि मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था “अपर्याप्त” प्रतीत हुई और ऐसी स्थिति पैदा हो गई जिससे CEO, अतिरिक्त CEO, संयुक्त CEO, उप CEO सहित अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता था। आयोग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को निर्देश दिया है कि CEO कार्यालय, उनके आवासों और आने-जाने के दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
आयोग ने यह भी कहा कि SIR प्रक्रिया की संवेदनशीलता और आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा स्तर को बढ़ाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी कोई भी अप्रिय घटना न हो। इसके साथ ही, चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस आयुक्त से 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।
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इस घटना ने चुनावी प्रक्रियाओं से जुड़े कर्मचारियों पर पड़ रहे दबाव और SIR गतिविधियों को लेकर बढ़ते असंतोष को फिर से चर्चा में ला दिया है। आयोग का यह कदम परिस्थितियों की गंभीरता को दर्शाता है, विशेषकर जब राज्य में चुनावों की तैयारी तेज हो रही है।
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