त्रिपुरा में हाल ही में हुई एक बड़ी जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन व्यक्तियों के बैंक खातों को ब्लॉक कर दिया है, जिनके ठिकानों पर हाल ही में छापेमारी की गई थी। यह कार्रवाई आरोपियों द्वारा अवैध और संदिग्ध तरीकों से संपत्ति और बड़ी रकम जमा करने के मामलों की जांच के तहत की गई है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से एक व्यक्ति अग्निशमन विभाग का सेवानिवृत्त कर्मचारी है, जबकि दूसरा एक सेवानिवृत्त बैंककर्मी है। दोनों पर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपनी पदवी और संपर्क का गलत फायदा उठाकर अवैध तरीके से धन और संपत्ति अर्जित की।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कहा कि जांच में यह पाया गया कि इन व्यक्तियों ने कई वित्तीय लेन-देन और संपत्ति खरीद में गड़बड़ी की है। बैंक खातों को ब्लॉक करने का निर्णय सुनिश्चित करता है कि आरोपी अब अपनी संपत्ति और धन का दुरुपयोग नहीं कर सकते।
और पढ़ें: ईडी का आप नेता सौरभ भारद्वाज और अन्य के घरों पर छापे
ED अधिकारियों ने बताया कि बैंक खातों की निगरानी और फ्रीज़ करने की कार्रवाई आगे की जांच में महत्वपूर्ण साबित होगी। इसके साथ ही जांच टीम ने आरोपियों के अन्य वित्तीय और गैर-वित्तीय लेन-देन का भी विश्लेषण शुरू कर दिया है।
त्रिपुरा पुलिस और ED की संयुक्त कार्रवाई का उद्देश्य राज्य में भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जन की गतिविधियों को रोकना है। अधिकारियों का कहना है कि कानून के तहत किसी को भी इस तरह की अवैध गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
और पढ़ें: राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति अलोक अराढ़े और न्यायमूर्ति विपुल पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया