प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बिहार में अवैध शराब तस्करी मामले में बुधवार को नई छापेमारी की। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई और इसमें कई राज्यों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने बिहार के अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी विभिन्न ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन किया। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बड़े पैमाने पर शराब तस्करी और उससे जुड़े अवैध लेन-देन से संबंधित है। इस दौरान ईडी ने कई अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए हैं।
जांच एजेंसी ने अवैध कमाई से खरीदी गई संपत्तियों को भी अटैच किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शराब तस्करी से जुड़े गिरोह ने हवाला और फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन किया।
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ईडी अधिकारियों का कहना है कि यह मामला केवल बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कई राज्यों में फैला हुआ नेटवर्क शामिल है। पहले भी इस केस में कई बार छापेमारी हो चुकी है और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अब नई कार्रवाई से जांच एजेंसी को और सबूत मिलने की उम्मीद है।
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से अवैध शराब तस्करी के कई मामले सामने आए हैं। राज्य सरकार ने दावा किया था कि शराबबंदी से अपराध में कमी आई है, लेकिन बार-बार होने वाली जब्तियों और छापेमारियों से अवैध कारोबार की गहराई उजागर होती रही है।
ईडी की ताजा कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार की एजेंसियां इस अवैध कारोबार के वित्तीय पहलुओं पर सख्ती से शिकंजा कस रही है।
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