अन्नाद्रमुक (AIADMK) के महासचिव और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी (EPS) ने महान स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक नेता मुथुरामलिंगा थेवर को भारत रत्न देने की मांग की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम तमिलनाडु की राजनीति में प्रभावशाली थेवर समुदाय को साधने की रणनीति हो सकता है।
मुथुरामलिंगा थेवर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने समाज सुधार और पिछड़े वर्गों की आवाज बुलंद करने में अहम भूमिका निभाई। तमिलनाडु के दक्षिणी इलाकों में उनका प्रभाव आज भी गहरा है और थेवर समुदाय उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानता है।
EPS ने अपने हालिया बयान में कहा कि मुथुरामलिंगा थेवर का योगदान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और सामाजिक न्याय की लड़ाई में बेहद महत्वपूर्ण रहा है। इसलिए उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न, अवश्य दिया जाना चाहिए।
और पढ़ें: जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह मांग केवल श्रद्धांजलि ही नहीं, बल्कि आने वाले चुनावों को ध्यान में रखकर की गई है। तमिलनाडु की राजनीति में थेवर समुदाय का समर्थन कई सीटों पर निर्णायक साबित होता है। ऐसे में EPS का यह कदम समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
हालांकि, विपक्षी दलों ने इस बयान को राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया मुद्दा करार दिया है। उनका कहना है कि सम्मान की मांग सच्चे मन से होनी चाहिए, न कि वोट बैंक की राजनीति के लिए।
फिर भी, EPS की यह पहल तमिलनाडु की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दे रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।
और पढ़ें: भारत-यूरोपीय संघ: एफटीए के साथ कई अहम पहलों पर काम जारी