यूरोपीय आयोग ने शुक्रवार को एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर 120 मिलियन यूरो (लगभग 140 मिलियन डॉलर) का भारी जुर्माना लगाया। यह जुर्माना यूरोपीय संघ के नए डिजिटल सर्विसेज़ एक्ट (DSA) के तहत पहली बड़ी कार्रवाई है, जिसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर पारदर्शिता और उपयोगकर्ता सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू किए गए हैं। यह निर्णय दो साल की विस्तृत जांच के बाद लिया गया।
यूरोपीय आयोग ने कहा कि X ने DSA के तीन प्रमुख प्रावधानों का उल्लंघन किया, जिनमें पारदर्शिता, विज्ञापन संबंधी खुलासा और उपयोगकर्ता सुरक्षा शामिल हैं। आयोग के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों के बारे में जानकारी देना पर्याप्त नहीं था, जिससे उपयोगकर्ताओं और शोधकर्ताओं के लिए यह जानना कठिन हो गया कि किसने विज्ञापन दिए और वे किन दर्शकों को टार्गेट कर रहे थे।
साथ ही, आयोग ने X के ऑनलाइन विज्ञापन डेटाबेस की भी आलोचना की। उनके अनुसार, इसमें कई डिज़ाइन समस्याएं थीं, और जानकारी उपलब्ध कराने में देरी होती थी, जिससे इसका उपयोग अत्यंत कठिन हो जाता था। यह DSA के उन नियमों का सीधा उल्लंघन माना गया जो डिजिटल पारदर्शिता को सुनिश्चित करते हैं।
और पढ़ें: श्रीलंका में भूस्खलन का नया अलर्ट, मौत का आंकड़ा 607 पहुँचा
यूरोपीय संघ ने यह भी पाया कि X उपयोगकर्ताओं को गलत सूचना, हानिकारक कंटेंट और अवैध पोस्ट से पर्याप्त रूप से सुरक्षित रखने में विफल रहा। इन सुरक्षा उपायों की कमी के कारण आयोग ने X पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
एलन मस्क की कंपनी X पहले भी कंटेंट मॉडरेशन और पारदर्शिता को लेकर विवादों में रही है, लेकिन यह पहली बार है जब DSA के तहत इतनी बड़ी पेनल्टी लगाई गई है।
यूरोपीय आयोग का मानना है कि यह जुर्माना डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को यह संदेश देता है कि पारदर्शिता और उपयोगकर्ता सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश में सबसे बड़े अवैध अंग तस्करी रैकेट का खुलासा, विजाग महिला की मौत बनी सुराग