केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गांधीनगर में एनएचएआई अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और ठेकेदारों को चेतावनी दी कि सड़क निर्माण में सर्वोच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। यह बैठक बुधवार (26 नवंबर 2025) को आयोजित की गई, जिसमें गडकरी ने हाईवे निर्माण और रीसर्फेसिंग के दौरान जनता की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा।
राज्य सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया कि केंद्र सरकार गुजरात में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण और रीसर्फेसिंग के लिए ₹20,000 करोड़ आवंटित करेगी। गडकरी ने साबरकांठा जिले के हीमतनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 के निर्माणाधीन हिस्से का निरीक्षण किया और मोतीपुरा फ्लाईओवर तथा अंडरपास पर चल रहे कार्य की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी उपस्थित थे। गडकरी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों को स्मूथ रोड कनेक्टिविटी को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
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सीएम पटेल ने बताया कि राज्य के राष्ट्रीय राजमार्ग कुल यातायात का 35% भार वहन करते हैं, इसलिए उनकी मरम्मत, विस्तार और सुधार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने अहमदाबाद-मुंबई, राजकोट-गोंडल-जेठपुर और अहमदाबाद-उदयपुर मार्गों के कार्य शीघ्र पूरा कराने का अनुरोध किया। गडकरी ने आश्वासन दिया कि केंद्र इन परियोजनाओं के लिए ₹20,000 करोड़ जारी करेगा।
बैठक में गुजरात के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों की वर्तमान स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई और बचे हुए कार्य कब पूरे होंगे, इस पर भी विचार हुआ। गुरुवार (27 नवंबर 2025) को गडकरी दक्षिण गुजरात के सूरत पहुँचे, जहाँ उन्होंने क्षेत्र में एनएचएआई द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
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