जम्मू-कश्मीर में हालिया हज़रतबल विवाद और डोडा जिले में बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। घाटी के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को विशेष निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सख्ती से नजर रखी जाए, ताकि कोई भ्रामक सूचना या अफवाह फैलाकर सार्वजनिक सुरक्षा और शांति को खतरे में न डाल सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए और सामुदायिक नेताओं के साथ संवाद बढ़ाकर लोगों में भरोसा कायम रखा जाए।
पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने प्रमुख धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक जगहों पर गश्त तेज कर दी है। सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में लगी हैं कि किसी भी तरह की अफवाहबाज़ी या उत्तेजक गतिविधि माहौल को बिगाड़ने में सफल न हो। साथ ही, संवेदनशील जिलों में सुरक्षा चौकियों और नाकों की संख्या बढ़ा दी गई है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्थिति बेहद संवेदनशील है और सरकार की प्राथमिकता सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की है। सुरक्षा एजेंसियों ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना स्थानीय पुलिस को दें।
इस बीच, प्रशासन धार्मिक नेताओं और स्थानीय संगठनों के साथ निरंतर संपर्क में है, ताकि किसी भी विवाद को बातचीत और आपसी समझ से हल किया जा सके।
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